नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज क्रिकेटर एबी डिविलियर्स को अपने प्रतिष्ठित हॉल ऑफ फेम में शामिल किया है। एबी डिविलियर्स का 14 साल का अंतरराष्ट्रीय करियर शानदार रहा है, जहां उन्होंने क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में अपनी मजबूत पकड़ बनाई और अपनी खास पहचान बनाई। उनके खेल का स्टाइल उन्हें ‘मिस्टर 360 डिग्री’ का खिताब दिलाता है, क्योंकि वे मैदान के किसी भी कोने में गेंद को आसानी से मार सकते थे। इस खास सम्मान के दौरान भारतीय क्रिकेटर विराट कोहली का एक लेटर भी पढ़ा गया जिसमें उन्होंने डिविलियर्स की तारीफ करते हुए उन्हें सबसे टैलेंटेड खिलाड़ी बताया।
विराट कोहली का लेटर
विराट कोहली ने अपने लेटर में लिखा, “फैंस ने हमेशा आपकी काबिलियत के बारे में चर्चा की, और यह सच है क्योंकि मैंने जिनके साथ भी खेला है उनमें से आप सबसे टैलेंटेड खिलाड़ी हैं। आपके खेल में जो सबसे खास बात रही वह है आपका अपनी क्षमता पर अटूट विश्वास। यही कारण है कि आप इतने शानदार प्रदर्शन कर सके। मुझे वह 2016 का आरसीबी बनाम केकेआर का मैच याद है, जब हम 184 रनों का पीछा कर रहे थे और आपने मुझसे कहा था कि नारायण को खेलना मुश्किल हो रहा है, लेकिन आपने उसे 94 मीटर का छक्का मारकर साबित कर दिया कि आप किस लेवल के खिलाड़ी हैं।”
एबी डिविलियर्स का क्रिकेट करियर
एबी डिविलियर्स ने 2018 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया, लेकिन उनके आंकड़े उन्हें महानतम खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल करते हैं। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 8765 रन, वनडे में 9577 रन और टी20 में 1672 रन बनाए हैं। इसके अलावा, इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में डिविलियर्स ने दिल्ली कैपिटल्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के लिए खेला, जहां उन्होंने 184 मैचों में 5162 रन बनाए।
डिविलियर्स की बल्लेबाजी के अंदाज़ को लेकर कहा जाता है कि वे गेंद को मैदान के किसी भी कोने में मार सकते थे। चाहे वह पेस हो या स्पिन, वे दोनों के खिलाफ उतने ही सहज थे। यह उनकी फुर्तीली सोच और तेजी से निर्णय लेने की क्षमता का नतीजा था कि वे क्रिकेट के हर फॉर्मेट में उतने ही प्रभावशाली थे। उनकी खासियत यह थी कि वे परिस्थितियों के मुताबिक अपने खेल को ढाल सकते थे, चाहे टी20 की तेज गति हो या टेस्ट मैच की धीमी क्रिकेट वह सभी फॉर्मेट में अपना लौहा मनवा चुके है।