हिन्दू धर्म में करवा चौथ का अपना एक महत्व है । सुहागन औरतें अपने पति की सलामती के लिए पूरे दिन उपवास रखती है और उसके बाद शाम को चाँद निकलने के बाद चाँद को और फिर अपने पति को देखकर पानी पीकर व्रत तोड़ती है ।
कहते है कि जो भी महिलाएं इस व्रत को करती है उनके पति के स्वास्थ और आयु में वृद्धि होती है । वैदिक पंचांग के हिसाब से कार्तिक महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को ये व्रत मनाया जाता है । इस साल ये व्रत 20 अक्टूबर को पड़ने वाला है ।
इस दिन महिलाएं लाल जोड़ा पहनती है । वही जो महिलाएं पहली बार इस व्रत को रखती है वो शादी का जोड़ा पहनती है। आइए आज आपको इसके पीछे की वजह बताते है ।
तो इस लिए दोबारा शादी का जोड़ा पहनती है महिलाएं
पहले करवाचौथ पर शादी का जोड़ा दोबारा पहनने को लेकर मान्यता है कि, जब कोई लड़की शादी के दौरान जोड़ा पहनती है तब वह और भी पवित्र हो जाता है। माना जाता है कि, जब लड़की इस जोड़े को पहनकर अग्नि के चारों ओर फेरे लगाती है तो उसके प्रभाव से यह जोड़ा शुद्ध हो जाता है।
वैवाहिक जीवन पर पड़ता है शुभ असर
शादी के जोड़े को करवा चौथ के दिन पहनने का बहुत ही अच्छा प्रभाव है । करवाचौथ पर जब वह लड़की दोबारा शादी का जोड़ा पहनकर पूजा करती है तो इस जोड़े की शुद्धता आपकी पूजा की पवित्रता को औैर भी बढ़ा देती है। साथ ही ऐसा करने से आपके वैवाहिक जीवन में इसका शुभ प्रभाव भी देखने को मिलता है। आपके दांपत्य जीवन में खुशियां आती हैं और आपका रिश्ता भी मजबूत होता है।
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डिसक्लेमर: ऊपर लिखी गई बातें धार्मिक मान्यताओ पर आधारित है । हम इस खबर की पुष्टि नहीं करते है ।