नई दिल्ली: टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली अपने बल्ले से पिछले कुछ समय से उम्मीद के मुताबिक रन नहीं बना पा रहे है, लेकिन उनके शानदार करियर में यह दौर सिर्फ एक अस्थायी ठहराव जैसा है। भारतीय फैंस को उनसे फिर से बड़े स्कोर की उम्मीद है, खासकर जब भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज 16 अक्टूबर से शुरू होने वाली है। इस सीरीज में कोहली के पास टेस्ट क्रिकेट में 9,000 रन का आंकड़ा पार करने का माइलस्टोन हासिल करने का सुनहरा मौका है ।
विराट कोहली अपने टेस्ट करियर में अब तक 8947 रन बना चुके हैं और उन्हें 9,000 रन का आंकड़ा छूने के लिए सिर्फ 53 रनों की जरूरत है। 16 अक्टूबर से चिन्नास्वामी स्टेडियम में न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में कोहली यह उपलब्धि हासिल कर सकते हैं। अगर वह ऐसा करने में कामयाब होते हैं, तो वह टेस्ट क्रिकेट में 9,000 रन बनाने वाले चौथे भारतीय बल्लेबाज बन जाएंगे। इससे पहले, सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और सुनील गावस्कर यह कारनामा कर चुके हैं। इसके साथ ही कोहली टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में यह माइलस्टोन छूने वाले 18वें बल्लेबाज भी बन जाएंगे।
विराट कोहली ने अपने टेस्ट करियर में अब तक 115 मैचों में 29 शतक और 7 दोहरे शतक के साथ कुल 8947 रन बनाए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 254 रन है, और उन्होंने 30 अर्धशतक भी अपने नाम किए हैं। कोहली का टेस्ट औसत 50 के करीब है। उन्होंने भारतीय टीम को कई महत्वपूर्ण मुकाबलों में जीत दिलाई है, और इस बार भी उनसे उम्मीदें बहुत अधिक हैं।
न्यूजीलैंड के खिलाफ चुनौती
भारत और न्यूजीलैंड के बीच यह सीरीज कोहली के लिए अहम साबित हो सकती है। न्यूजीलैंड की टीम हमेशा से एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी रही है, और ऐसे में विराट के लिए यह मौका है कि वह अपने फॉर्म में वापसी करें और बड़ा स्कोर बनाकर भारतीय टीम को एक बेहतरीन शुरुआत दिलाएं। पिछले कुछ मैचों में विराट के प्रदर्शन ने सवाल खड़े किए हैं, लेकिन उनकी क्षमता पर किसी को शक नहीं है। वह एक दशक से भारतीय क्रिकेट के सबसे प्रमुख चेहरों में से एक रहे हैं।
भारतीय क्रिकेट टीम के कोच गौतम गंभीर ने हाल ही में विराट कोहली की तारीफ करते हुए कहा कि कोहली में आज भी उतनी ही भूख है जितनी कि उनके शुरुआती दिनों में थी। गंभीर का मानना है कि क्रिकेट के टॉप पर एक दशक से अधिक समय बिताने के बावजूद विराट की रन बनाने की इच्छा अभी भी पूरी तरह से बरकरार है। उनके अनुभव और स्किल को देखते हुए यह साफ है कि कोहली अब भी भारतीय क्रिकेट के लिए बहुत अहम भूमिका निभाते हैं।