नई दिल्ली: भारत में किसान (Farmer) भी अब अच्छी पैदावार कर मोटी रकम कमाने का सपना साकार कर रहे हैं. अलग-अलग उन्नत किस्मों की फसल (improved crop varieties) उगा रहे हैं, जहां से मोटा मुनाफा भी हो रहा है. आज हम आपको एक ऐसी फसल के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे आप तगड़ी इनकम कर सकते हैं जो किसी बढ़िया ऑफर की तरह है.
अगर अपनी खेती में अच्छी पैदावार लेना चाहते हैं तो हरी मिर्च (Green chilly) की फसल कर सकते हैं जो बढ़िया ऑप्शन है. हरी मिर्च (Green chilly) एक ऐसी फसल है जिसकी मांग साल के 12 महीने रहती है. यहां तक की सलाद और आचार तक भी हरी मिर्च का यूज किया जाता है. आप हरी मिर्च की खेती करना चाहते हैं तो पहले कुछ जरूरी बातों को जानना होगा, जिससे आपकी सब टेंशन ही खत्म हो जाएगी.
सर्दी में करें हरी मिर्च की खेती
किसान उपजाऊ भूमि में सर्दी के मौसम में हरी मिर्च (Green chilly) की खेती करना चाहते हैं तो फिर चूके नहीं. कृषिक उपनिदेशक श्रवण कुमार ने एक चैनल से बातचीत करते हुए बताया कि बाराबंकी में हरी मिर्च की खेती बड़े रकबे में होती है. सर्दी के मौसम में हरी मिर्च (Green chilly) की खेती करने का मन है तो पहले उन्नत किस्मों को जान लें.
उन्नत किस्मों में हरी मिर्च की खेती करने का मन है तो पहले उन्नत किस्मों को जानना होगा. इनमें किस्मों में पूसा सदाबहार काशी अर्ली पूसा ज्वाला जाहवार 148, पंजाब लाल, किस्में आदि शामिल की गई हैं. उन्नत किस्मों की खेती करके अच्छा मुनाफा कमाने का सपना साकार कर सकते हैं.
पूसा सदाबहार किस्मत मानी जाती है. इसमें किस्म को तैयार करने में कुल 60 से 70 दिनों का समय लगता है. मिर्च की यह किस्म एक हेक्टेयर में 40 कुंतल की पैदावार देने का काम करती है. मिर्च की किसी भी किस्म से कहीं अधिक है.पूसा किस्म देश के किसी भी हिस्से में उगाने का काम किया जा सकता है.
काशी अर्ली की प्रजाति से भी कमाएं मोटा मुनाफा
काशी अर्ली की इस प्रजाति की मिर्च के पौधे 60 से 75 सेमी लंबे तक छोटी गांठों वाले रहते हैं. फल 7 से 8 सेमी लंबे सीधे 1 सेमी मोटे तक गहरे रहते हैं. पौध रोपण करने के कुल 45 दिनों में प्रथम तुड़ाई प्राप्त हो सकती है. यह सामान्य संकर किस्मों से लगभग 10 दिनों पहले मानी जाती है. इस प्रजाति किस्म से जल्दी तैयार हो जाती है. सबसे खास बात की इस हरी मिर्च का उत्पादन 200 से 250 क्विंटल प्रति हैक्टेयर तक करने का काम किया जा सकता है.
पुसा ज्वाला किस्म भी देती तगड़ा मुनाफा
पुसा ज्वाला किस्म हरी मिर्च (Green chilly) की खेती भी किसानों को तगड़ा मुनाफा देती है. इस किस्म के पौधे बौने और झाड़ीनुमा रहते हैं. ये मिर्च हल्के हरे रंग की रहती है. पुसा ज्वाला वैरायटी किस्म कीट और मकौड़ा प्रतिरोधक रहती है. इस किस्म की औसतन पैदावार 34 क्विंटल प्रति एकड़ तक रहती है. यह किस्म 130 से 150 दिन में पक कर तैयार होने का काम करती है.