Jyotish Upay: सोना धारण करना आमतौर पर सभी को ही पसंद होता है, इसकी चमक से कौन नहीं आकर्षित होता है। पर अगर ज्योतिष शास्त्र कि मानें तो प्रत्येक ग्रह का स्वयं का एक अपना धातु होता है। ऐसे में ज़ब भी सोना पहनें तो पहले इसके बारे में जरूर जान लें, नहीं तो जीवन में उथल पुथल मच जाएगा।
ये बात तो शायद बहुत ही कम लोग जानते होंगे कि पैरों में कभी भी सोने को धारण नहीं करते हैँ। इसका सीधा कारण ये बताया जाता है कि सोना सूरज का धातु है। इसलिए ज़ब पैर में सोने को धारण जो लोग करते हैँ ये शरीर का तापमान बढ़ाने का कार्य करता है।
इसके अलावा सोने का सीधा संबंध बृहस्पति से भी है। ऐसे में सोने को अगर पैरों को धारण करते हैँ तो ये शरीर के टेम्परेचर को बढ़ाने का कार्य करता है। इसलिए अगर सोने के आभूषण को पैरों में धारण करेंगे तो धीरे धीरे आपका गुरु ग्रह कमजोर होता जाएगा।
वहीं, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मानें तो सूर्य शरीर का ऊपरी हिस्सा और शनि का क्षेत्र निचला हिस्सा माना जाता है। वहीं, शनि और सूर्य ये दोनों ही एक दूसरे के शत्रु हैँ। ऐसे में सूर्य के धातु के शनि के क्षेत्र में धारण करना बहुत ही ज्यादा अशुभ माना गया है। इसके अलावा सोने में देवी लक्ष्मी जी का वास भी बताया गया है। इसलिए सोने को पैरों में कभी धारण नहीं किया जाता है।
सोने को पैरों में धारण करने से माँ लक्ष्मी जी बहुत ही ज्यादा क्रोधित हो जाती हैँ। जिसके बाद व्यक्ति के जीवन में एक के बाद एक कई सारी बधाएँ आना प्रारम्भ हो जाती हैँ।
ऐसे में अब तो शायद आप समझ ही गए होंगे कि सोने को पैरों में क्यों नहीं धारण करना चाहिए क्युंकि ये बहुत ही ज्यादा अशुभ होता है। सोने को सबसे ज्यादा शुभ गले में पहनना शुभ माना जाता है। साथ ही इसे हांथों में कड़े या अंगूठी के रूप में पहनना भी शुभ होता है।
साथ ही सोने को धारण करने से पहले इसमें गंगा ज़ल जरूर डालें। फिर इसे ग्रहण करें। ऐसा करने से जीवन में सकारात्मकता आती है।