नई दिल्ली: भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने हाल ही में तीन तेज गेंदबाजों – जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, और आकाश दीप – के होते हुए भी टीम के साथ और तीन अतिरिक्त तेज गेंदबाजों को ट्रेवल कराने के पीछे की वजह का खुलासा किया। न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए हर्षित राणा, मयंक यादव, प्रसिद्ध कृष्णा और नीतीश रेड्डी को टीम के साथ ट्रेवल रिजर्व के तौर पर चुना गया है।

कप्तान रोहित ने कहा कि भारतीय टीम का लॉन्ग टर्म प्लान तेज गेंदबाजों का मजबूत ग्रुप तैयार करना है, ताकि भविष्य में चोटों या अन्य समस्याओं के चलते टीम के प्रदर्शन पर कोई असर न पड़े। बल्लेबाजी की तरह, अब गेंदबाजी में भी भारतीय टीम विकल्पों को बढ़ाने की कोशिश कर रही है।

तेज गेंदबाजों के साथ भविष्य की तैयारी

कप्तान रोहित शर्मा ने बेंगलुरु में न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट की पूर्व संध्या पर इस महत्वपूर्ण योजना का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि भारतीय टीम के पास बल्लेबाजों का एक मजबूत समूह है और अब लक्ष्य तेज गेंदबाजों का भी वैसा ही समूह तैयार करना है। इसका उद्देश्य यह है कि अगर भविष्य में किसी गेंदबाज को चोट लगती है या वह अनुपलब्ध हो जाता है, तो टीम को संतुलन बनाए रखने में समस्या न हो।

रोहित शर्मा ने कहा, “हम बेंच स्ट्रेंथ को बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि कल अगर किसी गेंदबाज को चोट लगती है तो हमें चिंता न हो। हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हमारे पास 8-9 विकल्प हों, सिर्फ 3-4 नहीं।”

मोहम्मद शमी और यश दयाल की चोट

इस रणनीति की जरूरत तब और ज्यादा महसूस हुई जब टीम के सीनियर तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को चोट से उबरने में अधिक समय लग रहा है और यश दयाल भी कंधे की चोट से जूझ रहे हैं। इस कारण उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ इस टेस्ट सीरीज के लिए टीम में शामिल नहीं किया गया है। इन हालातों ने टीम मैनेजमेंट को मजबूर किया कि वह अपनी गेंदबाजी बेंच स्ट्रेंथ को और मजबूत करे, ताकि आगे की चुनौतियों के लिए टीम तैयार रहे।

कप्तान रोहित शर्मा का मानना है कि केवल बल्लेबाजी में ही नहीं, बल्कि गेंदबाजी में भी बेंच स्ट्रेंथ का होना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा, “हमने तेज गेंदबाजों की तैयारी के लिए कुछ नए नामों को टीम के साथ रखा है, ताकि उन्हें अनुभव मिले और वे भविष्य में किसी भी चुनौती के लिए तैयार रहें।”

इन तीन रिजर्व गेंदबाजों के साथ टीम मैनेजमेंट ऑस्ट्रेलिया सीरीज के लिए भी योजनाएं बना रही है। रोहित ने कहा, “हम मयंक, हर्षित, और नितीश को ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए तैयार करना चाहते हैं। अगर जरूरत पड़ी तो वे उस भूमिका के लिए तैयार होंगे।”

रोहित ने स्पष्ट किया कि भारतीय टीम अब कुछ खिलाड़ियों पर अत्यधिक निर्भर नहीं रहना चाहती। उन्होंने कहा, “हम कुछ खिलाड़ियों पर बहुत अधिक निर्भर नहीं रह सकते। ऐसा करना टीम के लिए सही नहीं है। हम भविष्य को ध्यान में रखते हुए सही खिलाड़ियों की खोज और उन्हें तैयार करने की कोशिश कर रहे हैं।”

भारत की इस रणनीति का मकसद यह है कि चोटों के समय टीम के प्रदर्शन पर असर न पड़े। यही कारण है कि हर्षित राणा, मयंक यादव, प्रसिद्ध कृष्णा, और नीतीश कुमार रेड्डी जैसे युवा खिलाड़ियों को मौका दिया गया है।

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