नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। पूरी टीम घातक ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के सामने पस्त नजर आई। जहां टीम इंडिया के बाकी बल्लेबाज उम्मीदों पर खरे नहीं उतर सके, वहीं युवा नितीश रेड्डी ने अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया। नितीश ने दोनों पारियों में 42-42 रन बनाए और भारत के लिए हाईएस्ट स्कोरर बने। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी ने मुश्किल हालात में भी टीम को सम्मानजनक स्थिति में पहुंचाने की कोशिश की।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट में की शानदार बल्लेबाजी

नितीश रेड्डी ने अपनी बल्लेबाजी से यह साबित कर दिया कि उनमें बड़े मैच खेलने का जज्बा और काबिलियत है। दूसरे टेस्ट मैच में नितीश ने दोनों पारियों में 42-42 रन बनाए। उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में आक्रामक अंदाज में खेला और ऑस्ट्रेलिया के घातक गेंदबाजों का डटकर सामना किया। पहली पारी में जहां पूरी टीम 180 रन पर ढेर हो गई, वहीं दूसरी पारी में सिर्फ 175 रन बनाए। नितीश का योगदान इन दोनों पारियों में बेहद खास रहा।

वीरेंद्र सहवाग का रिकॉर्ड तोड़ा

नितीश रेड्डी ने अपने छोटे से करियर में एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। वह ऑस्ट्रेलिया में एक टेस्ट सीरीज के दौरान सबसे ज्यादा छक्के जड़ने वाले भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं। नितीश ने इस सीरीज में कुल 7 छक्के लगाए, जिससे उन्होंने वीरेंद्र सहवाग का रिकॉर्ड तोड़ दिया। सहवाग ने 2003-04 की ऑस्ट्रेलिया सीरीज में 6 छक्के लगाए थे।

ऑस्ट्रेलिया में एक टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा छक्के जड़ने वाले भारतीय बल्लेबाज:

नीतीश रेड्डी – 7 छक्के (2024-25)
वीरेंद्र सहवाग – 6 छक्के (2003-04)
मुरली विजय – 6 छक्के (2014-15)
सचिन तेंदुलकर – 5 छक्के (2007-08)
रोहित शर्मा – 5 छक्के (2014-15)

नितीश रेड्डी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने शानदार प्रदर्शन से यह संकेत दिया है कि वह भारतीय टीम के भविष्य के बड़े सितारे बन सकते हैं। उनकी तकनीक, जज्बा, और मैदान पर धैर्य उन्हें दूसरों से अलग बनाते हैं। नितीश की यह शुरुआत बताती है कि अगर उन्हें मौके दिए गए, तो वह भारतीय क्रिकेट को ऊंचाइयों तक ले जा सकते हैं।

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