Para Commandos Training : पैराकमांडो जो नियमित रुप से हर परिस्थिति में भारत देश की सेवा करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं उन पैराकमांडो विशेष ट्रेनिंगो के तहत उन्हें तैयार किया जाता है। भारतीय रक्षा बलों में “पैराकमांडो” एक विशेष सदस्य होते हैं।

भारतीय सेना की पैराशूट रेजिमेंट की विशेष बल पैराकमांडो बटालियनों का एक समूह है। देश के दुश्मनों के ख़िलाफ़ विशेष ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए पैराकमांडो जाने जाते हैं। पैरा कमांडो को PARA SF के नाम से जाना जाता है। प्रत्यक्ष कार्रवाई, बंधक बचाव, टोही और आतंकवाद विरोधी सहित विशेष अभियानों के लिए पैराकमांडो प्रशिक्षित किया जाता है। कहा जाता है की पैराकमांडो को काँच की गिलास में शराब पीने को दिया जाता है लेकिन उन्हें शराब पीने के बाद अपने दांतों से काँच की गिलास को तोड़कड़ चबाना पड़ता है। आइये आगे हम इसी से संबंधित जानकारी को जानते हैं, आख़िरकार उन्हें ऐसा क्यों करना पड़ता है –

Para Commandos Training- पैराकमांडो को दी जाती है विशेष ट्रेनिंग

भारतीय पैराकमांडो की ट्रेनिंग देश की सबसे खतरनाक ट्रेनिंग होती है, जिसमें उनको बहुत सारी दर्दनाक चीजों का सामना करना पड़ता है। जवानों को भूखा रखने की भी ट्रेनिंग दी जाती है जिससे आम इंसान को तो यह बात सोच कर ही चीख निकल जाती है। पैराकमांडो को सिर्फ मानसिक और शारीरिक रूप से टॉर्चर ही नहीं किया जाता बल्कि उन्हें सोने भी नहीं दिया जाता है और उन्हें अपनी थकान को दूर करने का मौका भी नहीं दिया जाता है। इतनी खतरनाक ट्रेनिंग के बाद पैराकमांडो को गुलाबी कॉपी दी जाती है।

शराब पीने के बाद पैराकमांडो को काँच के गिलास को चबाने के लिए क्यों कहा जाता है ?

आम इंसान पैराकमांडो की एक चीज को जानकर बहुत हैरान हो जायेंगे। पैराकमांडो को गुलाबी टोपी देने के बाद उन्हें शराब से भरा एक गिलास दिया जाता है, पैराकमांडो को उसे शराब के गिलास का कोना को अपने दांतों से काटकर पैराकमांडो उस काँच को निगल जाते हैं। इतनी खतरनाक ट्रेनिंग के बाद उन्हें बलिदान बैच दिया जाता है। यह ट्रेनिंग पैराकमांडो को साहस और आत्मविश्वास के लिए दिया जाता है, जिससे वह मानसिक रूप से और भी मजबूत बन जाते हैं।

पैराकमांडो जब अपने गिलास के कांच को दांतों से तोड़ कर चबाते हैं तो यह खतरनाक ट्रेनिंग इस बात को दर्शाता है कि पैरा कमांडो किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए हमेशा तैयार रह सकते हैं चाहे वह कितनी भी खतरनाक हो। जब पैराकमांडो कांच को चबाते हैं तो उन्हें मुश्किल समय में शांत रहने की सीख दी जाती है। यह ट्रेनिंग पैराकमांडो को मानसिक रूप से किसी भी युद्ध के मैदान में धैर्य बनाए रखना के लिए दी जाती है, जहां उन्हें कई सारी परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है।

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