नई दिल्ली: टीम इंडिया में हमेशा की तरह नए और टेलेंटेड खिलाड़ियों की एंट्री के लिए एक बड़ा मौका बनता जा रहा है। भारत और साउथ अफ्रीका के बीच 8 नवंबर से टी20 सीरीज शुरू होने वाली है, लेकिन सभी का फोकस पहले से ही बार्डर-गावस्कर सीरीज पर है। यह पांच मैचों की टेस्ट सीरीज 22 नवंबर से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जाएगी। इस बार भारत ए और ऑस्ट्रेलिया ए के मैच में कुछ खिलाड़ी उम्मीदों के अनुसार प्रदर्शन नहीं कर पाए, लेकिन ध्रुव जुरेल ने मिडिल ऑर्डर में शानदार खेल दिखाकर अपनी छाप छोड़ी है। उनके इस प्रदर्शन के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि वे पहले टेस्ट मैच में टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन में शामिल हो सकते हैं।
भारत ए के खिलाड़ी ध्रुव जुरेल ने इस मैच में संकट के समय बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 186 बॉल पर 80 रन बनाए। उनकी इस पारी में 6 चौके और 2 छक्के शामिल थे। जब जुरेल बल्लेबाजी करने आए, तो टीम की स्थिति अच्छी नहीं थी, टॉप ऑर्डर जल्दी ही पवेलियन लौट चुका था। लेकिन ध्रुव जुरेल ने सूझबूझ से खेलते हुए टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। उनके इस प्रदर्शन से अब उनकी टीम इंडिया में जगह बनने की संभावना बढ़ गई है।
क्या सरफराज खान की जगह लेंगे ध्रुव जुरेल?
यह तय नहीं है कि ध्रुव जुरेल के आने से किस खिलाड़ी को टीम से बाहर किया जाएगा। ऋषभ पंत का विकेटकीपर-बल्लेबाज के रूप में जगह पक्की मानी जा रही है, लेकिन केएल राहुल की ओपनिंग भूमिका के कारण जुरेल को मिडिल ऑर्डर में नंबर 6 पर बल्लेबाजी का मौका मिल सकता है। ऐसे में सरफराज खान को बाहर बैठना पड़ सकता है, जो पिछले कुछ समय से टीम में अपनी जगह पक्की करने की जद्दोजहद कर रहे हैं।
अब तक ध्रुव जुरेल ने भारत के लिए तीन टेस्ट मैचों में 190 रन बनाए हैं। उनका औसत 63.33 है, जो एक स्थिर और प्रभावशाली बल्लेबाज की पहचान है। इस प्रदर्शन के चलते उन्हें इस सीरीज में मौका मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। उनके स्ट्राइक रेट से पता चलता है कि वे तेज खेल सकते हैं, जो कि ऑस्ट्रेलिया जैसी टीम के खिलाफ फायदेमंद हो सकता है।
ध्रुव जुरेल न्यूजीलैंड के खिलाफ पिछली सीरीज में शामिल नहीं थे, जो उनके लिए फायदेमंद हो सकता है। उन पर किसी पुराने प्रदर्शन का दबाव नहीं है, और यह मौका उनके लिए खुद को साबित करने का सुनहरा अवसर है। जुरेल की स्किल और तकनीकी कुशलता उन्हें ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम के खिलाफ खेलने का बेहतरीन विकल्प बनाती है।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में, ध्रुव जुरेल को शामिल किया गया तो वे मिडिल ऑर्डर में टीम इंडिया के लिए मजबूती ला सकते हैं। उनका संयम और धैर्यपूर्ण खेल टीम को दबाव में बेहतर प्रदर्शन करने में सहायक हो सकता है। यदि वे अपनी पारी को ठीक तरह से संभालते हैं, तो वे टीम इंडिया के लिए एक स्थायी खिलाड़ी बन सकते हैं, और लंबे समय तक मिडिल ऑर्डर की मजबूती बने रह सकते हैं।