नई दिल्ली: टीम इंडिया को होम ग्राउंड पर टेस्ट मैचों में एक मजबूत टीम माना जाता है, लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ चल रही टेस्ट सीरीज में स्थितियां कुछ और ही कहानी बयां कर रही हैं। इस सीरीज में कप्तान रोहित शर्मा के नाम एक ऐसा रिकॉर्ड दर्ज हो गया है जिसे कोई भी कप्तान नहीं देखना चाहेगा। पहले बेंगलुरु टेस्ट में टीम ने 356 रनों की लीड दी और अब पुणे में 103 रनों की लीड न्यूजीलैंड के पक्ष में गई है। ऐसा पहली बार हुआ है कि टीम इंडिया ने होम टेस्ट सीरीज में लगातार दो टेस्ट मैचों में 100 से ज्यादा रनों की लीड दी है।

23 साल पहले, सौरव गांगुली की कप्तानी में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में लगातार दो मैचों में 100 से ज्यादा रनों की लीड दी थी। मुंबई टेस्ट में 173 रन और ईडन गार्डन टेस्ट में 274 रन की लीड के बावजूद टीम ने शानदार वापसी करते हुए सीरीज पर कब्जा जमाया था। उस सीरीज के ईडन गार्डन टेस्ट को ऐतिहासिक माना जाता है, क्योंकि भारतीय टीम ने फॉलोऑन के बावजूद उस मैच में जीत हासिल की थी।

पुणे टेस्ट में जब भारतीय गेंदबाजों ने न्यूजीलैंड को 259 रनों पर ऑलआउट कर दिया, तो उम्मीद थी कि भारतीय बल्लेबाज इस स्कोर को पीछे छोड़ते हुए कुछ बढ़त हासिल करेंगे। लेकिन हुआ इसके बिल्कुल विपरीत, और टीम 156 रनों पर ऑलआउट हो गई। इस पारी में भारतीय बल्लेबाजों की लापरवाही और कमजोर प्रदर्शन ने सभी को निराश किया।

रोहित शर्मा के नाम होम सीरीज में लगातार दो टेस्ट मैचों में पहली पारी में 100 से ज्यादा रनों की लीड देना एक अनचाहा रिकॉर्ड बन गया है। यह रिकॉर्ड एम. एस. धोनी और विराट कोहली की कप्तानी के दौरान कभी भी दर्ज नहीं हुआ। पुणे टेस्ट में कप्तान रोहित शर्मा बिना खाता खोले आउट हो गए, जबकि विराट कोहली महज एक रन बनाकर पवेलियन लौटे।

न्यूजीलैंड के खिलाफ पुणे टेस्ट में टीम इंडिया की हार अब निकट नजर आ रही है। भारतीय बल्लेबाजों का खराब प्रदर्शन, टीम की कमजोरी का खुलासा करता है। भारतीय टीम को अगर सीरीज में खुद को बनाए रखना है, तो इस टेस्ट मैच को जीतना अनिवार्य है। हालांकि, मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए, इस लक्ष्य तक पहुंचना बेहद कठिन दिख रहा है।

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