Success Story of IFS P Balamurugan : देश की सबसे कठिन प्रतियोगी परीक्षा UPSC को पास करना बहुत मुश्किल है। इसे पास करने के लिए बहुत कठिन मेहनत की जरूरत होती है। हर साल 10 लाख से भी अधिक अभ्यर्थी इस परीक्षा को देते हैं लेकिन बहुत कम उम्मीदवार ही इसे क्रैक कर पाते हैं। IFS पी बालामुरुगन तीन बार यूपीएससी परीक्षा में असफ़ल हुए हैं। चौथी प्रयासों में वह यूपीएससी को क्रैक किये और आईएफएस अधिकारी बन गए। बालामुरुगन पहले अख़बार बेचने का काम किया करते थे। फिर वे इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त करके जॉब करने लगे। उन्हें बचपन से ही आर्थिक परिस्थितियों का सामना करना पड़ा। इतनी परेशानियों के बाद भी वह अपनी परीक्षा की तैयारी किये और यूपीएससी क्लियर किये। आइये इस आर्टिकल में Success Story of IFS P Balamurugan के बारे में जानते हैं।

IFS P Balamurugan Biography

बालामुरुगन चेन्नई के रहने वाले हैं। उनका जन्म आठ भाई-बहनों के परिवार में हुआ था। वे बचपन में अखबार बेचने का काम किया करते थे। उनके परिवार वालों की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। उन्हें पढ़ाई-लिखाई करने का बहुत शौक था। वे जिस अखबार को बेचते थे वो तमिल भाषा की थी, जिसे वह बहुत ध्यान से पढ़ा करते थे। बालामुरुगन के स्कूल के शिक्षकों ने उनका पढ़ाई लिखाई में खूब साथ दिया। उसके बाद बालामुरुगन मद्रास इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त किए हैं। इस दौरान उनका केंपस प्लेसमेंट में सिलेक्शन हुआ और उन्हें टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज में जॉब मिल गई। उनका सपना सिविल सेवा में अधिकारी बनना था। बलमुरूगन के घर में केवल उनकी मां कमाने वाली थी जिन्होंने बहुत सारी कठिनाइयों के बावजूद भी अपने सभी बच्चों की पढ़ाई को प्राथमिकता दीं। उन्होंने अपने सभी बच्चों को शिक्षा के महत्व को समझाया।

Success Story of IFS P Balamurugan
Success Story of IFS P Balamurugan

Success Story of IFS P Balamurugan

बालामुरुगन अपनी TCS की जॉब को छोड़कर यूपीएससी परीक्षा की तैयारी में लग गए। उन्होंने तीन बार यूपीएससी परीक्षा दी और तीनों बार वे असफल हो गए लेकिन तो भी उन्होंने हार नहीं मानी और अपने सपनों ओर लक्ष्य की ओर अडिग रह गए। वे साल 2018 में अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लिए। उनका चयन भारतीय वन सेवा (IFS) अधिकारी के पद पर हुआ। वह यूपीएससी क्लियर करने के लिए बहुत मेहनत किये हैं। ट्रेनिंग पूरी करने के बाद 2019 में उनका राजस्थान वन विभाग में IFS अधिकारी के रूप में नियुक्ति मिली। बालामुरुगन उम्मीदवारों के लिए अब एक प्रेरणा बन गए हैं।

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