Success Story of IAS Anuradha Pal : सभी का सपना होता है कि वह यूपीएससी परीक्षा क्रैक करें और अफसर बनें लेकिन यूपीएससी परीक्षा मेहनत और लगन मांगती है। हर साल 10 लाख से भी अधिक अभ्यर्थी इस परीक्षा को देते हैं लेकिन बहुत कम ही उम्मीदवार इस परीक्षा को क्रैक कर पाते हैं। इन्ही अभ्यर्थियों में से एक अभ्यर्थि अनुराधा पाल हैं,जो यूपीएससी क्लियर करके आईएएस बन गई हैं।

व्यक्ति को संघर्ष और मुश्किलें ही उनको मजबूत बनाती हैं। अनुराधा पाल ने अपने दूसरे प्रयास में यूपीएससी क्लियर किया है। अनुराधा ने 2015 वर्ष में ऑल इंडिया 62वीं रैंक से UPSC परीक्षा क्वालीफाई की हैं। देश की सबसे कठिन परीक्षा UPSC परीक्षा पास करके अनुराधा पाल बनीं आईएएस। वर्तमान में यह बागेश्वर जिले की डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट हैं। आइये इस आर्टिकल में Success Story of IAS Anuradha Pal के बारे में जानते हैं।

IAS Anuradha Pal Biography

अनुराधा उत्तराखंड स्थित हरिद्वार की एक छोटे से गांव से रहने वाली हैं। उनका परिवार आर्थिक रूप से बहुत कमजोर था। उनके पिता दूध बेचते थे और उसी से अपने परिवार का पालन पोषण करते थे। अनुराधा ने अपने घरवालों के लिए अपनी पढ़ाई के साथ नौकरी भी करती थीं और वह अपनी कोचिंग की फ़ीस भरने के लिए बच्चों को ट्यूशन भी पढ़ाया करती थीं। हरिद्वार के नवोदय विद्यालय से अपनी स्कूली शिक्षा लेने के बाद वो गोविंद बल्लभ पंत यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन में इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल कीं। उसके बाद उनका टेक महिंद्रा कंपनी में सिलेक्शन हो गया। अनुराधा ने अपनी जॉब छोड़ कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी, रुड़की में तीन साल तक बतौर लेक्चर पढ़ाया लेकिन उनका लक्ष्य आईएएस बनना था।

Success Story of IAS Anuradha Pal

अनुराधा ने साल 2012 में UPSC परीक्षा पास कीं, इसमें उनकी 451वीं रैंक थी, फिर वह IAS नहीं बन पायीं। अनुराधा ने अपनी UPSC परीक्षा की तैयारी को छोड़ा नहीं बल्कि और ज्यादा मेहनत करने लगीं। अनुराधा ने 2015 में UPSC परीक्षा को क्वालीफाई कर लिया और ऑल इंडिया 62वीं रैंक हासिल कीं। वर्तमान में, अनुराधा पाल बागेश्वर जिले की जिलाधिकारी हैं। इतनी कठिन मुश्किलों के बाद भी उन्होंने UPSC परीक्षा को पास कर लिया। इनके पिता ने दूध बेचकर इनको पढ़ाया लिखाया।

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