Success Story Of IAS Aditya Pandey : देश की सबसे कठिन प्रतियोगी परीक्षा UPSC को पटना के एक अभ्यर्थी ने इसे क्रैक कर लिया है, जिसका नाम आदित्य पांडे है। इन्होंने 2022 में यूपीएससी परीक्षा दी थी और 2023 में ये 48वें रैंक के साथ इस परीक्षा को पास कर लिए हैं। आदित्य आर्थिक रूप से कमजोर होने के बावजूद भी अपनी लगातार प्रयास के साथ सफलता हासिल कर लिए हैं। आदित्य ने प्यार में धोखा मिलने के बाद उन्होंने IAS बनने की ठानी और अपने तीसरे प्रयास के बाद ये IAS अधिकारी बन गयें। आदित्य बचपन में बहुत शैतानी करते थे, इनकी शैतानियों के वहज से टीचर घर आकर इनके माता-पिता से शिकायत करते थे। आइये आगे हम Success Story Of IAS Aditya Pandey के बारे में जानते हैं।
IAS Aditya Pandey Biography
आदित्य बिहार की राजधानी पटना के एक गांव बिशुनपुर पकड़ी के रहने वाले हैं। आदित्य तीन बहनों और एक भाई में सबसे छोटे हैं। आदित्य तीन बहनों और एक भाई में सबसे छोटे हैं। लेकिन कक्षा 10वीं में इनका रिजल्ट खराब हो गया क्योंकि यह एक लड़की के प्यार में पड़ गए थे। इसकी वजह से उनके पिता ने इनको वापस पटना भेज दिया। आदित्य अपने पिताजी की जिद्द की वजह से इंजीनियरिंग में दाखिला लिए लेकिन उनके इंजीनियरिंग में स्कोर अच्छे नहीं थे। आदित्य ने अपने सीनियर से यूपीएससी के बारे में थोड़ा बहुत सुना था। इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त करने के बाद आदित्य ने आईआईटी रुड़की से एमबीए किया। फिर दो साल बाद उन्हें एक प्राइवेट बैंक में नौकरी मिल गयी। 2020 में उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी और अपनी पूरी तैयारी UPSC परीक्षा में दी।
Success Story Of IAS Aditya Pandey
आदित्य ने 2020 में अपनी यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी। लेकिन वह 2021 और 2020 में UPSC परीक्षा में असफल हो गए। तो भी उन्होंने हार नहीं मानी और वह अपनी परीक्षा की तैयारी को जारी रखें बल्कि अपनी UPSC परीक्षा तैयारी और भी मेहनत करने लगे और फिर उन्होंने 2022 में यूपीएससी परीक्षा दी। 2023 में उनका रिजल्ट आया और वह इंडिया रैंक 40 हासिल कर गए। आदित्य ने केवल यूपीएससी ऑप्शनल विषय के लिए कोचिंग का सहारा लिया बाकि की पढ़ाई उन्होंने सेल्फ स्टडी के दम पर की। आदित्य को झारखंड केडर अलॉट किया गया था। आदित्य अभी झारखंड की राजधानी रांची में असिस्टेंट कलर कलेक्टर के पद पर हैं। आदित्य उम्मीदवार को यह सलाह देते हैं कि यूपीएससी परीक्षार्थी को परीक्षा में कम से कम 84 सवाल जरूर हल करने चाहिए।