नई दिल्ली: भारत बनाम न्यूजीलैंड पुणे टेस्ट अब नजदीक है। हालांकि, पहले मैच में भारत की हार के बाद टीम दबाव में है, लेकिन चिंता की बात नहीं है, क्योंकि सीरीज के अभी दो और मैच बाकी हैं। इसके साथ ही, भारत के पास विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने के कई मौके बचे हुए हैं। इस बीच, दूसरे टेस्ट में टीम इंडिया के स्टार ऑलराउंडर वॉशिंगटन सुंदर की वापसी लगभग तय मानी जा रही है। रोहित शर्मा ने उनके लिए एक फुलप्रूफ प्लान तैयार किया है, और यह अनुमान लगाया जा रहा है कि उनकी एंट्री से टीम को मजबूती मिलेगी।
वॉशिंगटन सुंदर की तीन साल बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी
वॉशिंगटन सुंदर ने आखिरी बार मार्च 2021 में इंग्लैंड के खिलाफ अहमदाबाद टेस्ट में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। इसके बाद से वे टेस्ट टीम से बाहर थे। जब बीसीसीआई ने भारत बनाम न्यूजीलैंड टेस्ट सीरीज के लिए टीम की घोषणा की, तो सुंदर का नाम उसमें शामिल नहीं था। लेकिन पहले टेस्ट में भारत की हार के बाद, अचानक से सुंदर को टीम में शामिल कर लिया गया। यह एक अनोखी स्थिति है, क्योंकि पूरी सीरीज के लिए घोषित टीम में बदलाव किए बिना किसी खिलाड़ी को जोड़ना सामान्य रूप से कम ही देखने को मिलता है।
वॉशिंगटन सुंदर की अचानक टीम में एंट्री यह दर्शाती है कि उनके खेलने की संभावना काफी ज्यादा है। पुणे की पिच पर स्पिनर्स को मदद मिलने की संभावना है। बेंगलुरु टेस्ट में न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों को खासा परेशान किया था और भारतीय टीम मात्र 46 रन पर सिमट गई थी। पुणे की पिच बेंगलुरु जैसी नहीं मानी जा रही है, जिससे भारतीय बल्लेबाजों को एक बड़ा स्कोर खड़ा करने का मौका मिल सकता है। जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ेगा, स्पिनर्स का प्रभाव बढ़ सकता है, और यही वजह है कि सुंदर को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जा सकता है।
अगर हम वॉशिंगटन सुंदर की बात करें तो वे न सिर्फ एक बेहतरीन गेंदबाज हैं, बल्कि उनकी बल्लेबाजी भी शानदार है। उन्होंने अब तक 4 टेस्ट मैचों में 265 रन बनाए हैं, जिसमें तीन अर्धशतक शामिल हैं। उनका सर्वाधिक स्कोर नाबाद 96 रन का है। उनका बल्लेबाजी औसत 66.25 का है, जो कि कई प्रमुख बल्लेबाजों, खासकर केएल राहुल से भी बेहतर है। सुंदर का स्ट्राइक रेट 52.78 का है, जो उनकी आक्रामक बल्लेबाजी को दर्शाता है। सुंदर के इस प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें प्लेइंग इलेवन में शामिल करना टीम के लिए एक मजबूत कदम साबित हो सकता है।
रोहित शर्मा और टीम मैनेजमेंट ने पुणे टेस्ट के लिए एक रणनीतिक निर्णय लिया है। टीम के ऑलराउंड प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए सुंदर को प्लेइंग इलेवन में लाना जरूरी हो गया है। वॉशिंगटन सुंदर का खेल में शामिल होना न केवल टीम के गेंदबाजी डिपार्टमेंट को मजबूती देगा, बल्कि उनकी बल्लेबाजी भी मध्यक्रम को स्थिरता प्रदान करेगी।
पुणे की पिच पर स्पिनर्स को मदद मिलने की उम्मीद है, और जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ेगा, पिच का स्वभाव बदल सकता है। यह अनुमान लगाया जा रहा है कि पिच पहले दिन बल्लेबाजों के लिए मददगार होगी, और बाद में स्पिनर्स के लिए अनुकूल हो जाएगी। वॉशिंगटन सुंदर का स्पिन आक्रमण इस स्थिति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, खासकर न्यूजीलैंड के खिलाफ, जिनकी बल्लेबाजी स्पिन के सामने संघर्ष कर सकती है।
सुंदर की फॉर्म और उनकी हरफनमौला क्षमता उन्हें भारतीय टीम के लिए एक अनिवार्य विकल्प बनाती है। गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों में उनकी योग्यता टीम इंडिया को संतुलित करती है। सुंदर की बल्लेबाजी लोवर ऑर्डर में टीम के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है, खासकर जब मिडलऑर्डर संघर्ष करता है।
भारत और न्यूजीलैंड के बीच दूसरा टेस्ट मैच निर्णायक साबित हो सकता है। पहले मैच की हार के बाद, टीम इंडिया पर दबाव है, लेकिन वॉशिंगटन सुंदर की वापसी टीम के लिए एक सकारात्मक कदम है। उनके शामिल होने से गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों डिपार्टमेंटों में मजबूती आएगी। पुणे की पिच भी उनके लिए अनुकूल मानी जा रही है, जिससे वे अपने टैलेंट का बेहतरीन प्रदर्शन कर सकते हैं।