हमारे देश में पति की लंबी उम्र के लिए महिलाए करवा चौथ का व्रत रखती है । इस दिन हिन्दू महिलाएं पति की सलामती के लिए निर्जला व्रत रखती है यानि व्रत के दौरान महिलाएं पानी तक नहीं पीती है । पूरे दिन व्रत रखने के बाद शाम के समय चाँद को एक छलनी की मदद से देखकर और उसके बाद अपने पति को देखकर महिलाएं पानी पीकर व्रत तोड़ती है । आज इस खबर के जरिए हम आपको बताने जा रहे है कि इस साल करवा चौथ का व्रत कब है। इसके अलावा आपको हम पूजा पाठ की विधि भी बताने जा रहे है ।
बता दें कि इस साल 20 अक्टूबर को करवा चौथ का व्रत मनाया जाएगा । उस दिन महिलाएं पूरे दिन उपवास करेगी और अपने पति की सलामती के लिए पूजा पाठ करेगी ।
इस साल करवा चौथ का समय सुबह के 6 बजकर 25 मिनट से शाम के 7 बजकर 54 मिनट तक होगा । यानि इस बार करवा चौथ की अवधि 13 घंटे और 29 मिनट तक रहने वाला है । करवा चौथ पूजा मुहूर्त की अगर बात करे तो ये शाम 05:46 बजे से शाम 07:02 बजे तक रहने वाला है । यानि इसकी अवधि – 01 घण्टा 16 मिनट्स तक होगी ।
करवा चौथ की पूजन सामग्री
करवा चौथ व्रत की पूजा में कई चीजों लगती हैं, जो ज्यादातर आपकी किचन में मौजूद हैं। चंदन, शहद, अगरबत्ती, पुष्प, कच्चा दूध, शक्कर, शुद्ध घी, दही, मिठाई, गंगाजल, अक्षत (चावल), सिंदूर, मेहंदी, महावर, कंघा, बिंदी, चुनरी, चूड़ी, बिछुआ, मिट्टी का टोंटीदार करवा व ढक्कन, दीपक, रुई, कपूर, गेहूं, शक्कर का बूरा, हल्दी, जल का लोटा, गौरी बनाने के लिए पीली मिट्टी, लकड़ी का आसन, चलनी, आठ पूरियों की अठावरी, हलुआ आदि।