नई दिल्ली: भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए पहले टेस्ट मैच में भारतीय टीम को निराशाजनक 8 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड को 107 रनों का लक्ष्य दिया, जिसे कीवी टीम ने आसानी से हासिल कर लिया। कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था, लेकिन भारतीय टीम की पहली पारी केवल 46 रनों पर सिमट गई। इस खराब शुरुआत के बाद भारत मैच में कभी वापसी नहीं कर सका।
न्यूजीलैंड की पहली पारी में रचिन रवींद्र ने शानदार शतक लगाया, जिससे कीवी टीम ने पहली पारी में 402 रन बनाए। रचिन के साथ डेवोन कॉन्वे और टिम साउदी ने अर्धशतक जड़कर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। भारत की ओर से कुलदीप यादव और रवींद्र जडेजा ने तीन-तीन विकेट लिए, लेकिन कीवी बल्लेबाजों की आक्रामक बल्लेबाजी के आगे भारतीय गेंदबाज फीके पड़ गए।
हालांकि, दूसरी पारी में भारतीय टीम ने वापसी की कोशिश की। यशस्वी जायसवाल और रोहित शर्मा की ओपनिंग जोड़ी ने टीम को अच्छी शुरुआत दी और पहले विकेट के लिए 72 रन जोड़े। इसके बाद सरफराज खान ने दमदार शतक लगाते हुए 150 रन की बेहतरीन पारी खेली। उनके अलावा ऋषभ पंत ने भी आक्रामक खेल दिखाते हुए 99 रन बनाए। लेकिन केएल राहुल एक बार फिर नाकाम साबित हुए। टीम इंडिया ने दूसरी पारी में 462 रन बनाए, जिससे न्यूजीलैंड को 107 रनों का लक्ष्य मिला।
न्यूजीलैंड की टीम ने 107 रनों के लक्ष्य को बहुत आसानी से हासिल कर लिया। न्यूजीलैंड के सलामी बल्लेबाजों ने शुरुआती जोश के साथ रन बनाए और भारतीय गेंदबाजों को कोई खास मौका नहीं दिया। मैच में भारत की खराब शुरुआत और गेंदबाजों की नाकामी के चलते टीम इंडिया के पास मैच जीतने का मौका नहीं बचा।
भारतीय धरती पर न्यूजीलैंड का टेस्ट रिकॉर्ड अब कुछ बेहतर हो गया है। कुल 38 टेस्ट मैचों में से न्यूजीलैंड ने 3 जीते हैं, 17 हारे हैं, और 17 मुकाबले ड्रॉ रहे हैं। इस मैच में जीत दर्ज कर न्यूजीलैंड ने भारतीय क्रिकेट के खिलाफ अपनी ऐतिहासिक जीतों में एक और पन्ना जोड़ा है।
भारत की इस हार ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। टीम की पहली पारी में 46 रनों पर सिमटने से बल्लेबाजों की कमजोरी साफ नजर आई। वहीं गेंदबाज भी न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों पर दबाव बनाने में नाकाम रहे। रोहित शर्मा की कप्तानी और टीम संयोजन पर भी सवाल उठने लगे हैं।