नई दिल्ली: जब राहुल द्रविड़ का कार्यकाल समाप्त हुआ तब गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) को भारतीय क्रिकेट टीम का हेड कोच बनाया गया था। 2024 के टी20 वर्ल्ड कप की जीत के बाद गंभीर को इस महत्वपूर्ण पद पर नियुक्त किया गया। लेकिन दुर्भाग्यवश, गंभीर का कार्यकाल अभी तक टीम इंडिया के लिए बेहद निराशाजनक साबित हुआ है। उनके कोचिंग के दौरान टीम इंडिया को कुछ ऐतिहासिक विफलताओं का सामना करना पड़ा, जिसने टीम के प्रदर्शन पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
गंभीर की कोचिंग में ऐतिहासिक असफलताएं
गौतम गंभीर की कोचिंग के अंतर्गत टीम इंडिया ने कई बार हार का सामना किया, जिसमें कुछ हारें भारतीय क्रिकेट इतिहास में दर्ज हो चुकी हैं। आइए जानते हैं, किन-किन मौकों पर टीम इंडिया को गंभीर की कोचिंग में शर्मिंदगी झेलनी पड़ी:
1. श्रीलंका के खिलाफ 27 साल बाद वनडे सीरीज में हार
गौतम गंभीर के हेड कोच बनने के बाद टीम इंडिया ने श्रीलंका का दौरा किया। 27 जुलाई से 07 अगस्त के बीच खेली गई तीन मैचों की वनडे और तीन मैचों की टी20 सीरीज में से टी20 सीरीज को टीम इंडिया ने 3-0 से जीता। लेकिन, वनडे सीरीज में गंभीर की कोचिंग में टीम इंडिया ने 2-0 से हार का सामना किया। इस हार ने 27 सालों में श्रीलंका के खिलाफ पहली द्विपक्षीय वनडे सीरीज हार का रिकॉर्ड बनाया।
2. 36 साल बाद घरेलू टेस्ट हारना
भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला बेंगलुरु में हुआ। इस टेस्ट में न्यूजीलैंड ने भारत को 8 विकेट से हराया, जो कीवी टीम की भारत के खिलाफ भारतीय धरती पर 36 साल बाद पहली जीत थी। इस हार ने गंभीर की कोचिंग में एक और ऐतिहासिक विफलता जोड़ी।
3. घरेलू टेस्ट में 50 रनों से कम पर ऑलआउट
गौतम गंभीर की कोचिंग में टीम इंडिया के प्रदर्शन ने कई रिकॉर्ड्स तोड़े, लेकिन दुर्भाग्यवश, ये रिकॉर्ड सकारात्मक नहीं थे। न्यूजीलैंड के खिलाफ बेंगलुरु टेस्ट में भारतीय टीम पहली पारी में केवल 46 रनों पर सिमट गई। यह घरेलू टेस्ट में भारत का सबसे लो स्कोर में से एक था और ओवरऑल तीसरा सबसे लोवेस्ट टोटल।
गंभीर की कोचिंग के साथ ही भारतीय क्रिकेट में कई गंभीर सवाल उठे हैं। जहां एक तरफ टीम की कप्तानी के बदलावों के बाद स्थिरता की कमी दिख रही है, वहीं दूसरी तरफ कोचिंग स्टाफ की नीतियों पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। गंभीर को एक आक्रामक और जोखिम लेने वाले कोच के रूप में जाना जाता है, लेकिन अब तक उनके फैसले टीम के लिए फायदे की जगह नुकसान साबित हुए हैं।
क्या गंभीर टीम इंडिया को संभाल पाएंगे?
गौतम गंभीर कोचिंग के दौरान अब तक कुछ खास प्रभाव नहीं छोड़ पाए हैं, लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि भविष्य में क्या वह टीम इंडिया को सफलता के रास्ते पर वापस ला सकते हैं। टीम का आगामी शेड्यूल भी कठिन होने वाला है, जिसमें कई महत्वपूर्ण सीरीज और टूर्नामेंट शामिल हैं। ऐसे में गंभीर की कोचिंग की असली परीक्षा अभी बाकी है।