नई दिल्ली: पाकिस्तान में 2025 में आयोजित होने वाली आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर सभी अटकलों पर विराम लग गया है। गुरुवार को आईसीसी की अहम बैठक होने जा रही है, जिसमें इस टूर्नामेंट के आयोजन और हाइब्रिड मॉडल पर चर्चा होगी। खबरों के मुताबिक, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने हाइब्रिड मॉडल को लेकर सहमति जताई है, लेकिन इसके साथ चार शर्तें भी रखी हैं।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1 मार्च 2025 को दुबई में हाई-वोल्टेज मुकाबला होने की संभावना है, जो क्रिकेट फैंस के लिए बड़ी खबर है।

चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन का रास्ता कैसे हुआ साफ?

गुरुवार को आईसीसी के 15 सदस्यों की बैठक में हाइब्रिड मॉडल पर सहमति बनने की संभावना है। हाइब्रिड मॉडल के अनुसार, 15 में से 5 मैच यूएई में होंगे।
भारत के सभी मुकाबले और दो नॉकआउट मैच (सेमीफाइनल और फाइनल) यूएई में खेले जाएंगे। शेष मुकाबले पाकिस्तान में आयोजित होंगे। बैठक की अध्यक्षता आईसीसी के नए अध्यक्ष जय शाह करेंगे, जो बीसीसीआई के सचिव भी हैं।

पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी का महत्व

2025 में होने वाला यह टूर्नामेंट पाकिस्तान के लिए ऐतिहासिक होगा।
पिछली बार 1996 में पाकिस्तान ने विश्व कप के कुछ मैचों की मेजबानी की थी।
इस आयोजन से न केवल पाकिस्तान क्रिकेट का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कद बढ़ेगा, बल्कि घरेलू फैंस को भी बेहतरीन क्रिकेट देखने का मौका मिलेगा। 2012 के बाद से भारत और पाकिस्तान ने सिर्फ ICC और एशिया कप टूर्नामेंट में मुकाबला किया है। इस आयोजन के जरिए दोनों देशों के बीच क्रिकेट संबंधों में सुधार की उम्मीद की जा रही है। दुनिया के दो सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी एक बार फिर से क्रिकेट के मंच पर रोमांचक मुकाबला करेंगे।

आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 न केवल एक प्रतिष्ठित टूर्नामेंट होगा, बल्कि भारत और पाकिस्तान जैसे देशों के लिए एक बड़ा मंच भी बनेगा। हाइब्रिड मॉडल के जरिए इस आयोजन को सफल बनाने की पूरी तैयारी की जा रही है। क्रिकेट प्रशंसक इस टूर्नामेंट का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, खासकर भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले रोमांचक मुकाबले का।

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