Diwali 2024 Date: फेस्टिव सीजन चल रहा है, जिसे लेकर हर किसी में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. हिंदु धर्म के सभी लोगों को अब बड़ी ही बेसब्री से दिवाली पर्व का इंतजार है. दिवाली के लिए अभी से मार्केट में भी ग्राहकों की चहल-पहल दिखने लगी है. इसकी वजह कि दिवाली पर लोग खरीदारी करना बहुत ही शुभ समझते हैं, जिससे पहले सभी खरीदारी करना पसंद करते हैं.
लोग अभी से ही अपने घरों की साफ-सफाई करने में बिजी हैं. इतना ही नहीं मार्केट में भी शॉपिंग करने के मकसद से खूब बाहर निकल रहे हैं. लोग दीपावली की खुशियों में चार-चांदी लगाने के लिए पटाखों की भी खरीदारी अभी से करने लगे हैं. इस दिन हिंदू धर्म को मानने वाले लोग लक्ष्मी, गणेश भगवान की पूजा-अर्चना करने का काम करते हैं. अब आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि इस बार दिवाली का पर्व किस दिन मनाया जाएगा.
किस दिन मनाया जाएगा दिवाली का त्योहार?
भारतीय संस्कृति में दिवाली के पर्व का बड़ा महत्व माना जाता है जिसके लिए लोग बड़ा खर्च करते हैं. लोग दिवाली पर मंदिरों में जाकर कामना करते हैं, जो पूरी भी होती हैं. इस बार दिवाली का त्योहार 31 अक्टूबर को मनाया जाएगा. हालांकि, कुछ लो दिवाली का त्योहार 1 नवंबर को मनाने की बात कर रहे हैं. इससे लोग दिवाली का त्योहार सेलिब्रेट करने को लेकर कंफ्यूजन में हैं.
हिंदू शास्त्र के मुताबिक, दिवाली का त्योहार अमावस्या की रात को मनाया जाा है. भगवान श्री राम लंकानरेश रावण का वध कर जन्म भूमि अयोध्या लौटे थे. इस खुशी में अयोध्या नगरी को दीपोंत्सव मनाया गया था. अयोध्यावासियों ने भगवान राम का भव्य स्वागत किया था, जहां आतिशबाजी छोड़कर खूब मिठाई बांटी थी. उस दिन कार्तिक माह की अमावस्या की तारीख थी. इसके बाद से ही दिवाली मनाने की परंपरा चली आ रही है.
क्या कहते वैदिक पंचांग?
वैदिक पंचांग के मुताबिक, इस बार अमावस्या की तारीख 31 अक्टूबर को दोपहर से शुरू हो रही है. आगामी दिन यानी 1 नवंबर को शाम में संपन्न हो जाएगी. 31 तारीख को दिन में 2:40 मिनट से अमावस्या तारीख शुरू हो जाएगी. 1 नवंबर को शाम 4:42 मिनट तक रहेगी. इसके बाद प्रतिपदा तिथि लग रही है. वैदिक पंचांग की मानें तो दिवाली पर लक्ष्मी पूजा अमावस्या की तारीख और शाम एवं रात में प्रदोष काल यानी सूर्यास्त के बाद से लेकर देर रात तक करने का नियम होता है. ऐसी स्थिति में दिवाली में 31 अक्टूबर को मनाई जाएगी.