जबलपुर में ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में भयंकर धमाका हो गया, जिसके बाद अफरा-तफरी मच गई. इस विस्फोट में दो कर्मचारियों की मौत हो गई, जबकि 13 लोग घायल बताए जा रहे हैं. घायलों को इलाज के लिए तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिनमें कुछ की हालत नाजुक के चलते अभी मृतकों की संख्या बढ़ सकती है. फैक्ट्री में विस्फोट उस समय हुआ, जब वर्कर बम में बारूद भरने का काम कर रहे थे.

मौके पर दमकल विभाग की टीम पहुंच गई, जो राहत बचाव कार्य कर रही है. स्थानीय प्रशासनिक स्तर के अधिकारी भी घटना स्थल पर पहुंच चुके हैं, जो बारीकी से एक-एक बिंदु की जानकारी जुटा रही है. फैक्ट्री में हादसे के बाद पूरी तरह से काम रोक दिया गया है. धमाका इतना तेज था कि आसपास के लोग भी सहम गए. विस्फोट से कितने रुपये का सामान जलकर राख हो गया, अभी आधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है.

सेना के उपयोग वाले हथियार बनाने का चलता काम

दरअसल, जबलपुर में केंद्र सरकार की ओर बड़ी फैक्ट्री स्थापित की गई है. इस फैक्ट्री को ऑर्डिनेंस के नाम से जाना जाता है. फैक्ट्री में जवानों के लिए हथियार तैयार किए जाते हैं. लड़ाकू विमान और युद्ध टैंकों के लिए भी बम बनाने का काम इसी फैक्ट्री में किया जाता है. इन बमों को बनाने के लिए खाली सेल के भीतर बारूद भरने का का किया जाता है.

इस बारूद में जरा से घर्षण में ही आग लगने की संभावना बनी रहती है. फैक्ट्री में कामने करने वाले कर्मचारियों को सुरक्षा का विशेष ध्यान रखना पड़ता है. अचानक आग कब और कैसे लग जाए पता नहीं चलता है. छोटी सी लापरवाही बड़ी घटना का कारण बन जाती है. इससे पहले भी जबलपुर की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में विस्फोट की घटनाएं घटित हो चुकी हैं, जिससे जान माल का नुकसान देखने को मिलता है.

धमाके की आवाज से सहमे लोग

मंगलवार को ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में धमाके की आवाज इतनी तेज थी की आसपास के लोग भी सहम गए. सुबह एफ-6 क्षेत्र में 1000 पाअंडर बम के यूनिट में ब्लास्ट हुआ. फैक्ट्री में जोरदार धमाके से 13 लोगों के घायल होने होने की सूचना मिली. घटनास्थल पर मौजूद चश्मदीदों को मुताबिक ब्लास्ट में इस यूनिट की पूरी बिल्डिंग क्षतिग्रस्त हो गई है. घायलों को तुरंत जबलपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हालांकि, कितना नुकसान हुई, इस पर फैक्ट्री की तरफ से किसी तरह का आधिकारिक बयान नहीं आया है.

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