नई दिल्ली: बेंगलुरु टेस्ट मैच में भारतीय टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ करारी हार का सामना करना पड़ा। इस हार से भारतीय टीम तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 से पिछड़ गई है, लेकिन इस हार से भी अधिक चिंता भारतीय टीम के लिए ऋषभ पंत की चोट है। पंत ने बल्लेबाजी में शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन विकेटकीपिंग करने में असमर्थ दिखे। यह सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या ऋषभ पंत अगले टेस्ट मैच में खेलने के लिए पूरी तरह फिट होंगे?
ऋषभ पंत की फिटनेस पर सवाल
बेंगलुरु टेस्ट की दूसरी पारी में ख़राब परिस्थितियों में 99 रनों की शानदार पारी खेलने वाले ऋषभ पंत पहली पारी में विकेटकीपिंग करते समय चोटिल हो गए थे। रविंद्र जडेजा की गेंद उनके उसी घुटने पर लगी थी, जिसमें उनके कार एक्सीडेंट के बाद सर्जरी हुई थी। इस चोट के चलते उनके घुटने में सूजन आ गई और चौथे दिन जब वह बल्लेबाजी के लिए उतरे, तो उनके घुटने के ऊपर और नीचे टेपिंग की गई थी। मैच के आखिरी दिन वह विकेटकीपिंग के लिए मैदान पर नहीं उतरे, जिससे यह संकेत मिला कि वह पूरी तरह फिट नहीं हैं।
वॉशिंगटन सुंदर की टीम में वापसी
सलेक्टर्स ने इस स्थिति को देखते हुए वॉशिंगटन सुंदर को दूसरे और तीसरे टेस्ट मैचों के लिए टीम में शामिल कर लिया है। सुंदर एक बेहतरीन ऑलराउंडर हैं और उनके शामिल होने से टीम को अतिरिक्त विकल्प मिलेगा। हालांकि, ऋषभ पंत पर अंतिम फैसला टीम मैनेजमेंट ने पुणे टेस्ट मैच से पहले लेने का फैसला किया है।
ध्रुव जुरेल होंगे संभावित रिप्लेसमेंट?
बेंगलुरु टेस्ट में पंत की अनुपस्थिति में ध्रुव जुरेल ने विकेटकीपिंग की थी। जुरेल एक उभरते हुए खिलाड़ी हैं और उन्हें अब पंत के विकल्प के रूप में देखा जा रहा है। अगर पंत अगले टेस्ट मैच में नहीं खेलते हैं, तो जुरेल ही उनके रिप्लेसमेंट के रूप में टीम में खेल सकते हैं। जुरेल की बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग में लगातार सुधार हो रहा है, और ऑस्ट्रेलिया में होने वाली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए उन्हें एक भरोसेमंद विकल्प के रूप में तैयार किया जा सकता है।
भारतीय टीम की रणनीति पर असर
भारतीय टीम को अब यह तय करना होगा कि पंत को अगले टेस्ट मैच में खेलने के लिए तैयार किया जाए या उनकी चोट के कारण उन्हें आराम दिया जाए। अगर पंत की स्थिति में सुधार नहीं होता है, तो ध्रुव जुरेल को विकेटकीपिंग का जिम्मा सौंपा जा सकता है। जुरेल के प्रदर्शन को देखते हुए टीम मैनेजमेंट उन्हें एक मौका देने की योजना बना सकती है, क्योंकि बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जैसी बड़ी सीरीज के लिए यह एक तैयारी का हिस्सा हो सकता है।
टीम मैनेजमेंट के सामने अब चुनौती यह है कि वह पंत को अगले टेस्ट के लिए तैयार करें या उन्हें आराम देकर नए खिलाड़ियों को मौका दें। यह देखना दिलचस्प होगा कि पुणे टेस्ट मैच से पहले कौन सा फैसला लिया जाता है।